Featured Post

परिचय

 नाम -इंजी. अवधेश कुमार सक्सेना पिता का नाम- स्व.श्री मुरारी लाल सक्सेना शैक्षणिक योग्यता - DCE(Hons.),B.E.(Civil), MA ( Sociology), LL.B., ...

Saturday, May 30, 2020

ज़िंदगी

ग़ज़ल
ज़िन्दगी

जा रही है शान से गुज़र ज़िन्दगी ।
कर रही है हमेशा सफर जिंदगी ।

दूर के मुसाफ़िर कहाँ रुक गए,
जा रही है कहाँ छोड़कर ज़िन्दगी ।

ढूंढते हम रहे रोशनी के लिए,
अब न जाने मिलेगी किधर ज़िन्दगी ।

तुम चलो तो ज़रा कुछ क़दम साथ में,
सामने आएगी फिर नज़र ज़िन्दगी ।

मिल मिलाकर समेटे रहो तुम इसे,
अब न जाए कहीं फिर बिखर ज़िन्दगी ।

वक्त की कद्रदानी हमेशा करो,
जाने किस वक्त जाए ठहर ज़िन्दगी ।

इक तरफ़ प्यार है और सब इक तरफ,
या इधर ज़िन्दगी या उधर ज़िन्दगी ।

अवधेश-30042020

No comments:

Post a Comment