गीत
गीत हमने बनाया तुम्हारे लिए
दीप मैंने जलाया तुम्हारे लिए ।
द्वार को भी सजाया तुम्हारे लिए ।
दोस्ती दुश्मनी भूल जाना पड़ी,
दोस्त दुश्मन बनाया तुम्हारे लिए ।
तुम गए छोड़ हमको अकेला सनम,
बोझ दिल पे उठाया तुम्हारे लिए ।
दिल लगा कर मिला क्या हमें आज तक,
दर्द दिल का जगाया तुम्हारे लिए ।
तुम जिसे गा सको याद करके हमें,
गीत हमने बनाया तुम्हारे लिए ।
अवधेश-2052020
@Awadhesh Kumar Saxena
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