गीत
आराम मत करना
मुझे गर चाहते हो तो मुझे बदनाम मत करना ।
हमारे बीच की बातें कभी तुम आम मत करना ।
जुदाई की कभी बातें जुबाँ पर तुम नहीं लाना ।
मुहब्बत है अगर सच्ची कभी तुम छोड़ मत जाना,
इसे अंजाम तक लाना इसे नाकाम मत करना ।
जरूरत है नहीं मुझको ज़रा भी चाँद तारों की,
न ख़्वाहिश है मुझे हीरे जड़े सोने के हारों की ।
मुझे खुश देखने कोई गलत तुम काम मत करना ।
हमेशा प्यार करना बस यही तुमसे गुज़ारिश है ।
ज़मीं जब गर्म होती है तो उसकी चाह बारिश है ।
हमेशा काम करना तुम कभी आराम मत करना ।
अवधेश-14042020
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