गणपति हो तुम बुद्धि प्रदाता,
ये लो लड्डू मेवा पान ।
प्रथम आपको ही हम पूजें,
रखो हमारा पूरा ध्यान ।
शारद माता के चरणों में,
शीश नवाकर मांगे ज्ञान ।
शुद्ध करो माँ लेखन वाणी,
रहे हमारी ऊंची शान ।
देश प्रेम
1
देश हमारा सबसे प्यारा,
इस पर सब कुछ है कुर्बान ।
लाखों वीर शहीद हुए थे,
आज़ादी के गाते गान ।
2
अलग अलग हैं भाषा बोली,
जिनसे इसकी है पहचान ।
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई,
मिलकर बनता हिंदुस्तान ।
3
गर्मी कभी कभी है सर्दी,
सूखा कहीं कहीं बरसात ।
कदम कदम पर मौसम बदले,
जगह जगह बदले दिन रात ।
4
राम कृष्ण अवतार यहीं थे,
बुद्ध यहीं यहीं महावीर ।
राह दिखाएं नानक मीरा,
खुसरो तुलसी और कबीर ।
5
राणा और शिवा की गाथा,
भर देती वीरों में जोश ।
एक वीर जब सौ को मारे,
दुश्मन के उड़ जाते होश ।
6
मंगल पांडे ने सुलगाई,
आज़ादी की पहली आग ।
मिलकर लड़ते लक्ष्मी तात्या,
जाते गोरे डर के भाग ।
7
विवेकानंद ने दुनिया को,
दिया धर्म का सच संदेश ।
परम धर्म है सत्य अहिंसा,
गांधी जी के हैं उपदेश ।
8
आज़ादी के थे मतवाले,
बिस्मिल भगत और आज़ाद ।
राजगुरु सुखदेव के जैसे,
अमर शहीद रहेंगे याद ।
9
चले मशाल क्रांति की लेकर,
लाखों भारत माँ के लाल ।
लाठी खाने आगे लाला,
क्रांति दूत पाल और बाल ।
10
सुभाष चन्द्र थे देश नेता,
आज़ाद हिंद फ़ौज महान ।
अंग्रेजों को मार भगाया,
प्राणों का देकर बलिदान ।
11
सत्य अहिंसा की ताकत से,
गांधी करते थे एलान,
अंग्रेजो भारत को छोड़ो,
घर तुम्हारा इंग्लिशतान ।
12
हुआ देश आज़ाद हमारा,
नेहरू बने प्रथम प्रधान ।
पटेल ने दायित्व निभाया,
एक बनाया हिंदुस्तान ।
अवधेश सक्सेना-23062020
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