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परिचय

 नाम -इंजी. अवधेश कुमार सक्सेना पिता का नाम- स्व.श्री मुरारी लाल सक्सेना शैक्षणिक योग्यता - DCE(Hons.),B.E.(Civil), MA ( Sociology), LL.B., ...

Friday, May 28, 2021

गीतिका छँद

 #गीतिका_छंद में एक #गीत 

 

आज कविता एक लिख कर,भाव मन के खोल दूँ ।

खुल न पाए होंठ डर से, बात लिख कर बोल दूँ ।


शब्द भावों से महकती, रस भरी माला बने ।

तूलिका कागज रंगे तो, मेघ भी छाते घने ।

अब हृदय में प्रेयसी के, मैं मधुर रस घोल दूँ ।


शारदे माँ की कृपा से, छंद सुंदर रच रहे ।

पढ़ रहे जो गीत मेरे, खूब उनको जच रहे ।

होंठ पर मुस्कान हो तो, गीत अपने तोल दूँ ।


राष्ट्र संकट में घिरे तो, जोश वीरों में भरूँ ।

ओज नस- नस में बहे, धर्म मेरा  मैं करूँ ।

रक्त को स्याही बनाकर, प्राण का मैं मोल दूँ ।


इंजी. अवधेश कुमार सक्सेना- 21032021 ( कविता दिवस )

शिवपुरी मध्य प्रदेश

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