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परिचय

 नाम -इंजी. अवधेश कुमार सक्सेना पिता का नाम- स्व.श्री मुरारी लाल सक्सेना शैक्षणिक योग्यता - DCE(Hons.),B.E.(Civil), MA ( Sociology), LL.B., ...

Friday, September 18, 2020

ग़ज़ल किनारे देखता मैं जा रहा हूँ ।

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#किनारे_देखता_में_जा_रहा_हूँ  ।


किनारे देखता मैं जा रहा हूँ ।

नदी की धार को दौड़ा रहा हूँ ।


गया जो दूर मुझको छोड़कर वो,

शबे फुरकत बहुत घबरा रहा हूँ ।


खिला हूँ कई सदी के बाद आकर,

चमन गुलशन सभी महका रहा हूँ ।


रुलाती है मुझे दुनिया बहुत पर,

हँसी मैं हर तरफ बिखरा रहा हूँ ।


नहीं डरना किसी भी बात से अब,

तुम्हें अपना बनाने आ रहा हूँ ।


बहुत गाये मुहब्बत के तराने,

भजन अब राम के मैं गा रहा हूँ ।


मुझे है हर खबर सारे जहां की,

किताबें मैं बहुत पढ़ता रहा हूँ ।


झलक तेरी बड़ी राहत दिलाती,

तेरे दीदार को आता रहा हूँ ।


रहें खुशहाल वो कर बेवफ़ाई,

वफ़ा के दर्द मैं सहता रहा हूँ ।


इंजी. अवधेश कुमार सक्सेना- 18092020

शिवपुरी मध्य प्रदेश 

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