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परिचय

 नाम -इंजी. अवधेश कुमार सक्सेना पिता का नाम- स्व.श्री मुरारी लाल सक्सेना शैक्षणिक योग्यता - DCE(Hons.),B.E.(Civil), MA ( Sociology), LL.B., ...

Wednesday, September 23, 2020

ग़ज़ल वो नजर आ रही रोशनी की तरह

 #ग़ज़ल 

#अवधेश_की_ग़ज़ल #अवधेश_की_शायरी #हिंदुस्तानी_ग़ज़ल 


#वो_नज़र_आ_रही_रोशनी_की_तरह ।


वो नज़र आ रही रोशनी की तरह ।

अब्र गम के हटे तीरगी की तरह ।


जानवर बन गए सब हवस में यहाँ,

आदमी न रहा आदमी की तरह ।


पास आने लगे जब हमारे सनम,

होश जाने लगा बेख़ुदी की तरह ।


याद रहती यहाँ जिस तरह रंजिशें,

दोस्ती भी निभा दोस्ती  की तरह।


आशना जो हमारा यहाँ था कभी,

अश्किया वो मिला अजनबी की तरह।


दूसरों के लिए जान हाज़िर करों,

देश सेवा करो बंदगी की तरह ।


सब भुलाकर जपो नाम बस राम का,

तुम इबादत करो आशिकी की तरह।


 इंजी. कुमार सक्सेना- 23092020

शिवपुरी मध्य प्रदेश

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