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परिचय

 नाम -इंजी. अवधेश कुमार सक्सेना पिता का नाम- स्व.श्री मुरारी लाल सक्सेना शैक्षणिक योग्यता - DCE(Hons.),B.E.(Civil), MA ( Sociology), LL.B., ...

Sunday, September 20, 2020

ग़ज़ल दूर हो तुमने बना लीं दूरियाँ

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#दूर_हो_तुमने_बना_लीं_दूरियाँ 


दूर हो तुमने बना लीं दूरियाँ ।

रास मुझको आ रहीं तनहाइयाँ ।


हार दुश्मन को मिलेगी अब यहाँ,

दोस्ती जीतेगी सारी बाजियाँ ।


जब कभी गुस्सा बहुत आने लगे,

ठीक रहतीं तब बहुत खामोशियाँ ।


हम समझते हैं तुझे तू मत चला,

चल नहीं सकतीं तेरी चालाकियाँ ।


चाल है कोई बड़ी ये आपकी,

कर रहे इतनी यहाँ पर सख्तियाँ ।


खुद गिरोगे एक दिन इनमें कभी,

खोद नफ़रत की रहे जो खाइयाँ ।


जब बिगड़ता काम इनसे आपका,

मत करो फिर से वही तुम गलतियाँ ।


मिट गईं चिंता किसानों की सभी,

देख गेंहूँ की सुनहरी बालियाँ ।


ताल गहरा है बहुत मोती भरा,

तुम उतर कर नाप लो गहराइयाँ ।


इंजी. अवधेश कुमार सक्सेना- 20092020

शिवपुरी मध्य प्रदेश

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