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परिचय

 नाम -इंजी. अवधेश कुमार सक्सेना पिता का नाम- स्व.श्री मुरारी लाल सक्सेना शैक्षणिक योग्यता - DCE(Hons.),B.E.(Civil), MA ( Sociology), LL.B., ...

Thursday, September 24, 2020

ग़ज़ल सुलह के कुछ नहीं आते नज़र आसार जाने क्यूँ

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#सुलह_के_कुछ_नहीं_आते_नज़र_आसार_जाने_क्यूँ 


सुलह के कुछ नहीं आते नज़र आसार जाने क्यूँ ।

उन्होंने तो बना ली बीच में दीवार जाने क्यूँ ।


लगाते हम हमेशा दम किसी भी खेल में पूरी,

अधूरी जीत मिलती है अधूरी हार जाने क्यूँ ।  


जिसे था खेलना दिल से खिलौना सा समझ तोड़ा,

हुआ था उस हसीना से हमें भी प्यार जाने क्यूँ ।


हकीमों की दवा भी तो असर कुछ अब नहीं करती,

सफाखाने हुए खुद ही बहुत बीमार जाने क्यूँ ।


कभी जो प्यार से बातें मुलाकातें किया करते,

ज़रा सी बात पर करते वही तक़रार जाने क्यूँ ।


किसी को मारकर कुछ भी कभी हासिल नहीं होता,

मगर फ़िर भी सभी रखते यहाँ हथियार जाने क्यूँ ।


परेशानी मिटाने को हमें हिम्मत दिलाते जो,

वही अब वक्त के हाथों हुए लाचार जाने क्यूँ ।


इंजी. अवधेश कुमार सक्सेना- 24092020

शिवपुरी मध्य प्रदेश 

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