#कुंडलियाँ#छंद
मेरा कहना मान ले, मत कर ऐसे काम ।
प्रेम गली तू छोड़ दे, क्यों होता बदनाम ।
क्यों होता बदनाम, मान मुश्किल से मिलता ।
है ये ऐसा फूल, बड़ी मुश्किल से खिलता ।
कहते कवि अवधेश, नाम होगा तब तेरा ।
बोलेगा जय राम, छोड़ कर तेरा मेरा ।
अवधेश सक्सेना
शिवपुरी मध्य प्रदेश
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