#विजात_छंद
#करो_पूजा_गजानन_की
1
चतुर्थी शुक्ल सावन की ।
करो पूजा गजानन की ।
हरी दूवा चढ़ाएँगे ।
गजानन को मनाएँगे ।
2
मिलेगा ज्ञान पढ़ने से ।
बढ़ेगा मान लिखने से ।
पढ़ो कुंटल किलो लिखना ।
कभी सस्ते नहीं बिकना ।
3
प्रशंसा चाहते हैं सब ।
बुरा झट मानते हैं सब ।
प्रशंसा भी करेंगे हम ।
बुराई से लड़ेंगे हम ।
4
खुला है आसमाँ ऊपर ।
उड़ो तुम पंख फैलाकर ।
सफलता के शिखर पर हो ।
बड़ों के पाँव पर सर हो ।
5
गले सबको लगाएंगे ।
सही बातें सिखाएंगे ।
सभी में राम रहते हैं ।
यही अवधेश कहते हैं ।
अवधेश सक्सेना- 24072020
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