कुछ विचार-
यहां 130 करोड़ पर प्रतिदिन 15000 जांच की क्षमता है, विकसित देशों की क्षमता से तुलना करेंगे तो अंतर समझ आएगा, ज्यादा जांच होंगीं ज्यादा पॉजिटिव केस सामने आएंगे , जो केस सामने आएंगे उनका इलाज होगा, जबकि अभी तक इसकी कोई दवा नहीं बनी, जो दवा दी जा रहीं हैं वो प्रयोग हैं और प्रयोग कभी सफल हो जाते हैं कभी असफल भी होते हैं । दी जाने वाली दवाओं के साइड इफेक्ट देखो तो हो सकता है 19nCov से भले ठीक हो जाता लेकिन दवाओं के साइड इफेक्ट क्या कर सकते हैं यह भी ध्यान रहे ।
इसलिए जितनी जांचें कम उतने आंकड़े कम, आंकड़े कम यानि नकारात्मकता कम ।
हम सकारात्मक रहें, इम्युनिटी बढ़ाते रहें और ये ध्यान में बना रहे कि इस वायरस से प्रभावित 80 प्रतिशत में तो लक्षण ही नहीं आते और वो ठीक हो जाते हैं, जिन 20 प्रतिशत में लक्षण आते हैं उनका 10 प्रतिशत यानि कुल का 2 प्रतिशत ही ऐसे हैं जो ज्यादा गम्भीर अवस्था में पहुंच जाते हैं और इनमें से कुछ बच नहीं पाते और जो बच नहीं पाते उनकी मेडिकल हिस्ट्री अन्य बीमारियों को भी दिखाती है ।
इसीलिए कई डॉक्टर, अधिकारी, कर्मचारी, राजनेता, समाजसेवी, व्यवसायी और मस्त प्रवृति के लोग इसकी कोई परवाह किये बिना घर से बाहर निकल कर अपने कामों में निश्चिन्तता के साथ लगे हुए हैं ।
सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए घर के अंदर रहैं ।
नींबू, संतरा, मौसंबी, आंवला, अदरक, लहसुन, हल्दी, काली मिर्च, ग्वारपाठा, गिलोय, दालचीनी, कलौंजी, तुलसी, हरड़,खजूर, शहद जैसी चीजों के महत्व को समझते हुए इनका सेवन करते रहने से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहती है । पोष्टिक आहार लेना भी जरूरी है ।
व्यक्ति से व्यक्ति के बीच 6 फ़ीट की दूरी, बार-बार साबुन से हाथ धोना, किसी से हाथ न मिलाना, प्रतिदिन स्नान, साफ कपड़े पहनना, अस्पताल या शमशान से आने पर कपड़े, चाबी और अन्य वस्तुओं को भी शुद्ध करना और नहाना, घर के अंदर प्रवेश से पहले जूते चप्पल उतारकर पैर धोना, किचन में जूते चप्पल पहन कर नहीं जाना, गंदी वस्तुओं और संकमण फैलाने वाली वस्तुओं के संपर्क में आने वालों से दूरी बनाना, साफ गमछा या साफी साथ में रखना, घूंघट जैसी परंपराएं भारतीय संस्कृति में पहले से हैं, इनका पालन करके न केवल इस वायरस से बल्कि कई अन्य वायरस और बैक्टेरिया से हम बचे रहते हैं ।
मीडिया की बातों से प्रभावित होकर कोई भी दवा खुद न लें, कुशल और अनुभवी डॉक्टर के सुपरविजन में रहते हुए ही डॉक्टर्स द्वारा लिखी गयी दवा ही लें ।
ट्रम्प के वक्तव्य पर मीडिया द्वारा प्रचारित जिस हैड्रॉक्सी क्लोरोकुईन दवा को उपयोग किया जा रहा है उसके सीरियस साइड इफेक्ट देखें- healthline.com
Hydroxychloroquine side effects
Serious side effects and their symptoms can include the following:
blurred vision or other vision changes, which may be permanent in some cases
heart disease, including heart failure and issues with your heart rhythm; some cases have been fatal
ringing in your ears or hearing loss
angioedema (rapid swelling of your skin)
hives
mild or severe bronchospasm
sore throat
severe hypoglycemia
unusual bleeding or bruising
blue-black skin color
muscle weakness
hair loss or changes in hair color
abnormal mood changes
mental health effects, including suicidal thoughts
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